अभी तो बस ये शुरआत है, ये नए भारत की आवाज़ है।
शहीदों की शहादत को कभी ना भूलेंगे।
फिर से आतंक के ठेकेदारो से बदला ज़रूर लेगें।
कहीं समुन्दर सा दुःख है, तो कहीं आग सा गुस्सा है।
कहीं एक माँ की दर्द भरी पीड़ा है।
कहीं एक पिता को गर्व है।
कहीं एक बहन को अभी भी इंतज़ार है।
कहीं एक भाई अपनी खाकी मे तैयार है।
वो बेटी भी उठ खड़ी है युद्ध के लिए।
वो बेटा भी चल पड़ा दुश्मन को ललकारने।
एक अजीब सी कशमकश मे है वो साथी
जिसने कसमें खाई थी साथ निभाने की
नाज़ है उसे ,पर अपने साथी को खोने का गम भी।
हमारी खुशियों के लिए
देश का हर जवान करता है दिन रात काम
ऐ मेरे देश के वीर पुत्रों
मेरे ये शब्द आपके नाम।
आज फिर खाकी हुई लाल है।
भारत माता के सपूतों का ये क्यों हाल है।
Be Happy . Keep Smiling.☺